रेल अधिकारी की संवेदनहीनता की पराकाष्ठा ….
नहीं मिल सकेगा ट्रैकमैनों को आर्थिक उन्नयन का लाभ !
# शारीरिक दोहन और आर्थिक शोषण का यह गंभीर मामला : मो ज़्याऊद्दीन
मो ज़्याऊद्दीन अपने पदयात्रा के दौरान पिछले दिनों हेन्दगीर स्टेशन से खलारी स्टेशन तथा बीच सेक्शन में काम कर रहे ट्रैकमैन तथा परिचालन विभाग के रेलकर्मियों से जाकर मिले और उनसे उनके समस्याओं की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि धनबाद मंडल में इंजिनियरिंग विभाग में 4600 ट्रैकमैन के पद स्वीकृत हैं जिसमें से करीब 3700 कार्यरत हैं और 900 पद रिक्त हैं। इस कारण कार्यरत ट्रैकमैनों पर ही काम का सारा बोझ डाल दिया गया है। ट्रैकमैन रेलवे कार्य को अपनी शक्ति से अधिक शक्ति के साथ पूरा करते हैं। इनके समर्पण के कारण ही विभिन्न सेक्शनों में माल गाड़ियों सहित सभी सवारी गाड़ियों का संरक्षित रेल परिचालन हो रहा है। इनके मेहनत के कारण ही धनबाद मंडल हर वर्ष माल लदान और रेलवे राजस्व अर्जित करने में पूरे देश में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। परंतु यह बड़े खेद का विषय है कि इन परिश्रमी ट्रैकमैनों का शारीरिक दोहन और आर्थिक शोषण इन्हीं के सुपरवाइजर और अधिकारी निरंकुशता से कर रहे हैं।
इस मामले को लेकर मो ज़्याऊद्दीन बुधवार को वरीय मंडल यांत्रिक अभियंता ( कोर्डिनेशन) धनबाद से मिले । उन्होंने संबंधित अधिकारी के इस संवेदनहीन कार्यकलाप की जानकारी दी। साथ ही, उन्होंने तत्काल इस विषय पर पहल करने की मांग रखी ताकि बड़ी संख्या में प्रभावित ट्रैकमैनों को उनके कार्य का सम्मान और आर्थिक उन्नयन का लाभ मिल सके।
उक्त पदयात्रा कार्यक्रम में मो ज़्याऊद्दीन के साथ ईसीआरकेयू के सहायक महामंत्री ओमप्रकाश , एआईआरएफ के जोनल सेक्रेटरी ओ पी शर्मा तथा बरकाकाना शाखा सचिव महेन्द्र प्रसाद महतो सहित कई विभागों के रेलकर्मी उपस्थित रहे। यह जानकारी धनबाद मंडल में ईसीआरकेयू के मीडिया प्रभारी एन के खवास ने दी है।