धनबाद से ही जुड़ सकेंगे वादी व प्रतिवादी झारखंड हाईकोर्ट से, कर सकेंगे अपनी पैरवी: प्रधान जिला जज
# सीनियर सिटीजन व दिव्यांग लोगों के लिए लिफ्ट व व्हीलचेयर कीव्यवस्था# सोलर पैनल से की जा रही है धनबाद कोर्टमें विद्युत की आपूर्ति
(अजय प्रसाद)धनबाद। धनबाद कोर्ट को पूरी तरह आधुनिकीकरण की ओर ले जाया जा रहा है। इससे लोगों को काफी फायदा होनेवाले वाला है, और हो भी रहा है उपरोक्त बातें धनबाद न्यायालय के प्रधान जिला जज राम शर्मा ने प्रेसवार्ता के दौरान बताई। श्री शर्मा ने बताया कि धनबाद न्यायालय जहां रोज हजारोंलोगों का आना जाना लगा रहता है अब कोर्ट पूरी तरह वातानुकूलित हो गया है, इसके अलावा कोर्ट में आने जाने वाले लोगों के लिए सुविधा हेतु अन्य बेहतरीन व्यवस्था किए जा रहे हैं। श्री शर्मा ने यह बताया कि धनबाद के लोगों के लिए सबसे बेहतर यह होने जा रहा है कि अब धनबाद के लोग आने वाले में समय झारखंड उच्च न्यायालय के मुकदमे को धनबाद से ही लड़ सकेंगे इसके लिए उच्च आधुनिक व्यवस्था की जा रही है वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ही धनबाद के अधिवक्ता ही उच्च न्यायालय के लिए पैरवी कर सकते हैं। यह व्यवस्था हो जाने से धनबाद के लोगों का समय और पैसा दोनों का बचत होगा। श्री शर्मा ने यह बताया कि धनबाद कोर्ट को सुदृढ़ बिजली व्यवस्था के लिए सोलर पैनल प्लांट के द्वारा विद्युत आपूर्ति की जा रही है। साथ ही ऊर्जा विभाग से 500 मेगावाट का अलग ट्रांसफार्मर भी लगायाजा रहा है। प्रधान जिला जज ने यह भी बताया कि कोर्ट परिसर में वरिष्ठ नागरिकों एवं दिव्यांग जनों के लिए व्हीलचेयर एवं लिफ्ट की विशेषव्यवस्था की गई है। उन्हों ने बताया कि पोस्को एक्ट एवं अन्य सेंसिटिव एक्ट के तहत दर्ज मकदमे केवटी एवं उनके परिवारके लिए अलग से एसी रूम जिसमें सभी तरहके बैठने की व्यवस्था पानी की व्यवस्था की गई है जससे वैसे वादियों को किसी तरह की परेशानी ना हो। प्रधान जिला जजने यह भी बताया कि कोर्ट की सुरक्षा की दृष्टिकोण से एसएसपी से बैठक कर मुकम्मल किया गया है बीच-बीच में पुलिस के उच्च अधिकारियों के द्वारा औचक निरीक्षण किया जाता है। कोर्टमें आने वाले पुलिसके द्वारा आधुनिक यंत्रों से जांच किया जाता है। उन्होंने बताया कि धनबाद कोर्ट मैं 169 एसी मशीन लगाई गई है। आधुनिक यंत्रों से सुसज्जित वीडियो कॉन्फ्रेंस रूम भी बनाया गया है, जिससे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बिना किसी असुविधा के जेल में बंद बंधिया को गवाही के अलावा पेशी भी की जा सके। उन्होंने बताया कि कोर्ट परिसर में शौचालयकी भी व्यवस्था की गई है। श्री शर्मा ने बताया कि आधुनिकीकरण से अधिवक्ता और वादी अपने मुकदमे में पारित आदेशों को सुलभता से जान सकेंगे और मुकदमे की सही जानकारी पा सकेंगे। श्री शर्मा ने बताया कि कोर्ट में जितनी भी व्यवस्था आम जनोंके लिए किया गया यह जानकारी उन तक पहुंचाना काफी जरूरी अगर जानकारी मिलेगी निश्चितरूप से लोग उसका फायदा उठा पाएंगे।