केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर गए आईपीएस अखिलेश वारियर, अन्य कई अफसर कतार में
झारखंड कैडर के आईपीएस की केंद्रीय प्रतिनियुक्ति का सिलसिला जारी है. इसी कड़ी में इस बार केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर आईपीएस अखिलेश वारियर को भेजा गया है. इसके साथ आगामी समय में इसके लिए कई और आईपीएस भी कतार में हैं
रांचीः झारखंड कैडर के आईपीएस अखिलेश वारियर केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर चले गए हैं, राज्य सरकार ने उन्हें विरमित कर दिया है. अखिलेश पिछले साल ही 2 साल की स्टडी लिव से वापस लौटे थे.
पीएमओ से जुड़े अखिलेशः
स्टडी लीव पर जाने से पहले आईपीएस अखिलेश धनबाद एसएसपी, चतरा एसपी जैसे महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके थे, उनकी छवि एक बेहद ईमानदार अफसर की है. धनबाद एसएसपी रहते हुए ही अखिलेश 2 साल के लिए स्टडी लीव पर चले गए थे. झारखंड वापस लौटने के बाद उन्होंने तुरंत केंद्रीय प्रतिनियुक्तिy पर जाने के लिए आवेदन दे दिया था, जिसे सरकार के द्वारा मान लिया गया. राज्य से विरमित होने के बाद उन्होंने प्रधानमंत्री कार्यालय के अधीन आने वाले एनटीआरओ में एनालिस्ट के पद पर योगदान दिया है. केंद्र सरकार ने अखिलेश वारियर को जल्द से जल्द विरमित करने के लिए झारखंड सरकार को पत्र भेजा था.
तीन आईपीएस भी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने की तैयारी मेंः आईपीएस अखिलेश वारियर के बाद तीन अन्य आईपीएस अधिकारी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने की तैयारी में हैं. आईजी अभियान अमोल वी होमकर की केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने संबंधी प्रस्ताव को झारखंड पुलिस मुख्यालय ने गृह विभाग को भेज दिया है. वहीं मुख्यमंत्री के द्वारा विरमित आदेश जारी होने के बाद डीआईजी रांची अनीश गुप्ता भी सीबीआई में योगदान देंगे. वहीं स्पेशल ब्रांच एसपी शिवानी तिवारी भी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर सीबीआई में जाएंगी. रांची डीआईजी अनीश गुप्ता के बारे में जानकारी मिली है कि वह अगले महीने ही सीबीआई के लिए विरमित कर दिए जाएंगे. दो महीने पहले रांची के सिटी एसपी रहे अंशुमान कुमार और वायरलेस एसपी विनीत कुमार भी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जा चुके हैं.
केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से लौटे मनोज कौशिकः वहीं दूसरी तरफ झारखंड कैडर के 2001 बैच के आईपीएस अधिकारी मनोज कौशिक केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से वापस लौट आए हैं. उन्होंने पुलिस मुख्यालय में योगदान दे दिया है, जल्द ही राज्य सरकार उन्हें अहम जिम्मेदारी दे सकती है. आईजी रैंक के अधिकारी मनोज कौशिक सात साल बाद झारखंड में वापस लौटे हैं