28 अगस्त से 13 सितंबर तक एल.सी.डी.सी. अभियान का शुभारंभ
# घर-घर जाकर सहिया व स्वास्थ्य कर्मी करेंगे मरीजों की पहचान
धनबाद। राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के तहत 28 अगस्त से 13 सितंबर तक लेप्रोसी केस डिटेक्शन कैंपेन (एल.सी.डी.सी.) अभियान का शुभारंभ किया जाएगा। इस दौरान सहिया एवं स्वास्थ्य कर्मी घर-घर जाकर मरीजों की पहचान करेंगे।
अभियान को लेकर आज कलेक्ट्रेट के सभागार में निदेशक डीआरडीए श्री राजीव रंजन व सिविल सर्जन डॉक्टर चंद्रभानु प्रतापन ने सभी एम.ओ.आई.सी. के साथ बैठक कर अभियान की सफलता के लिए दिशा निर्देश दिए।
सिविल सर्जन ने बताया कि राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के तहत लेप्रोसी केस डिटेक्शन कैंपेन के दौरान सहिया एवं स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा घर-घर जाकर कुष्ठ मरीजों की पहचान की जाएगी। मरीज की पहचान होने पर उन्हें जागरूक करेंगे कि यह एक साधारण बीमारी है। समय पर इलाज कराने और नियमित रूप से दवा का सेवन करने से यह बीमारी जड़ से खत्म हो सकती है और मरीज पूरी तरह से स्वस्थ हो सकते हैं।
उन्होंने बताया कि कुष्ठ रोग छुआछूत से नहीं ब्लकि मरीजों के शरीर से किसी भी प्रकार के रसाव (ड्रोपलेट इन्फेक्शन) से फैलती है। शुरुआती दौर में अगर बीमारी का पता चल जाए, तो मरीज का इलाज संभव है। बीमारी की पहचान हो जाने के बाद इलाज से मरीज 6 महीने और 12 महीने में पूरी तरह ठीक हो सकते है।
वहीं निदेशक डीआरडीए ने कहा कि अभियान के पहले एमओआईसी संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारी के साथ, समाज कल्याण सभी सीडीपीओ के साथ तथा शिक्षा विभाग सभी बी.ई.ओ. के साथ बैठक कर अभियान को सफल बनाने में स्वास्थ्य विभाग को पूरा सहयोग प्रदान करेंगे।
बैठक में निदेशक डीआरडीए राजीव रंजन, सिविल सर्जन डॉक्टर चंद्रभानु प्रतापन, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी अनीता कुजूर, जिला पंचायती राज पदाधिकारी मुकेश कुमार बाउरी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी सुनील कुमार सिंह, मलेरिया पदाधिकारी डॉ सुनील कुमार, डिस्ट्रिक्ट लेप्रोसी कंट्रोलिंग ऑफिसर डॉ मंजु दास, डब्ल्यू.एच.ओ. के एसएमओ डॉ अमित कुमार, फिजियोथैरेपिस्ट डॉ दीपाली राय, डीआरचीएचओ के अलावा सभी एमओआईसी तथा स्वास्थ्य विभाग के अन्य कर्मी उपस्थित थे।