आईएनए ने विश्व जनसंख्या दिवस की पूर्व संध्या पर आयोजित किया चित्रकला प्रतियोगिता, निकाली रैली
धनबाद: । भारत में बढ़ती जनसंख्या के दुष्परिणामों को देखते हुए झरिया स्थित सामाजिक संगठन इंस्टीट्यूशन फॉर नेशनल एमिटी (आईएनए) ने बुधवार को विश्व जनसंख्या दिवस की पूर्व संध्या पर चित्रकला प्रतियोगिता और रैली का आयोजन किया। साथ ही साथ केंद्र सरकार और राज्य सरकारों से भारत में बढ़ती जनसंख्या को नियंत्रित करने के लिए कदम उठाने की अपील भी किए।जागरूकता रैली में झरिया, केंदुआ और धनसार व आसपास के क्षेत्रो से करीब पांच दर्जन बच्चों ने हिस्सा लिया। जागरूकता कार्यक्रम ललित कला केंद्र (ललित एन्क्लेव), गांधी रोड, धनबाद में शाम साढ़े चार बजे शुरू हुआ। रैली में 12 वर्ष से 25 वर्ष तक के बच्चे शामिल थे। रैली गांधीनगर, शक्तिमंदिर, पानीटंकी इलाके में घूमी और आम लोगों को भारत की सबसे बड़ी सामाजिक समस्या बढ़ती जनसंख्या के बारे में जागरूक किया।रैली में कई किशोर लड़कियों ने हिस्सा लिया और नारे लगाए कि जनसंख्या बिल लाओ और हमें वोटर नहीं नागरिक बनाओ एवं अन्य नारे थे।अधिक जनसंख्या नहीं गरीबी नहीं अब प्रदूषण नहीं, अधिक बच्चों का बाप समाज का अभिशाप नारा था।अनेक बच्चों के अलग-अलग चित्रों में जनसंख्या वृद्धि को लेकर उनकी घबराहट दिखी। किसी ने अपने चित्रों में ट्रेन के भीड़ को दर्शाया, किसी ने एक नौकरी के लिए हज़ार आवेदकों को दिखाएं तो किसी ने मध्यम वर्ग के परिवारों में भोजन की कमी को दर्शाया, किसी ने फुटपाथ पर लाइन में लगे लोगों को दर्शाया आदि। इंस्टिट्यूशन फॉर नेशनल एमिटी के संस्थापक, समाजसेवी पिनाकी रॉय ने कहा की आजकल राजनीतिक थिंक टैंक सिर्फ़ वोट जीतने की चिंता में लगे रहते हैं, वे भारत में आने वाले दिनों के बढ़ते जनसंख्या के ख़तरों को नज़रअंदाज़ कर देते हैं। हमें भारतीयों को गुणवत्ता जनसंख्या में अव्वल आना चाहिए न कि मात्रा जनसंख्या में।अभी भी सरकार कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रहें, लेकिन 30-40 साल पहले 80-90 के दशक में जनसंख्या नियंत्रण सरकारी स्तर पर करवाई या आंदोलन देखा जाता था। कार्यक्रम में पिनाकी रॉय के अलावा कला शिक्षक संजय पंडित,माउंट कार्मेल स्कूल की पूर्व शिक्षिका हर्षा चुग, कोलफील्ड चिल्ड्रन क्लासेज के शिक्षिका मौसमी रॉय, पुटकी डीएवी स्कूल के वरिष्ठ कला शिक्षक संजय जायसवाल,अभिभक्ता सुशांत बनर्जी आदि थे। कला प्रतियोगिता का परिणाम 22 जुलाई को घोषित किया जाएगा। बीएसएस कॉलेज कि छात्रा स्मृति सिन्हा और निधि अग्रवाल ने कहा कि जनसंख्या हमारे देश के लिए विनाशकारी है और सभी शिक्षित छात्रों के लिए नौकरी की कोई निश्चितता नहीं है। अगर हमारी जनसंख्या संतुलित हो तो बेरोजगारी को रोका जा सकता है।
धनबाद से कई छात्रों ने कार्यक्रम में हिस्सा लिया। मौके पर सुप्रीति सान्याल,आनंद पंडित, साक्षी जोशी,स्मृति सिन्हा,आदित्य सोनी, कुंजिका भगवानी, सालवी राज,अनुष्का खैतान आदि थे। केंदुआ से एसएसएसएलएनटी कि छात्रा सुमन कुमारी साथ प्रेम कुमार,नंदिनी कुमारी,राजवीर कुमार, दुर्गी कुमारी,मुस्कान कुमारी,वर्षा कुमारी, चांदनी कुमारी आदि तथा झरिया से माउंट कार्मेल स्कूल से अर्चिता दत्ता,डेनोबिल स्कूल से अनंगगारी राय, सौम्यदीप रॉय, दीपशिखा कुमारी,रिंकी कुमारी,संजना कुमारी, रिंकी कुमारी,अनमोल कुमार,पंकज कुमार, गुंजन कुमारी,नंदिनी कुमारी आदि थे।कार्यक्रम में स्वयंसेवी राघवेंद्र कुमार, सोनू कुमार,हिमांशु पंडित, रविंद्र सिंह आदि ने अपनी भूमिका निभाई।