धनबाद। मंगलवार को वृंदावन की सुप्रसिद्ध संत कथा व्यास परमपूज्या कृष्णप्रिया का आगमन “सप्तदिवसीय श्रीमद्भागवत कथा” हेतु धनबाद में हुआ।
कथा के मुख्य यजमान पटवारी परिवार एवं अन्य भक्तों द्वारा धनबाद स्टेशन पर उनका भव्य स्वागत ढोल नगाड़ों के साथ किया गया। साथ ही उन्हें शॉल ओढ़ाकर व पुष्प माला के साथ स्वागत व सम्मान किया गया।
शक्ति मंदिर में 3 से 9 अगस्त दोपहर 3:30 से सायं 6:30 बजे तक भागवत कथा रूपी निर्मल धारा बहेगी। श्रद्धालु परमपूज्या कृष्णप्रिया के यूट्यूब चैनल व फेसबुक पेज के माध्यम से लाइव कथा से भी जुड़ सकते हैं।
मात्र 6 वर्ष की आयु से भागवत नाम का प्रचार – प्रसार कर रहीं कृष्णप्रिया का जन्म वृंदावन में हुआ। बाल्यकाल से ही बांके बिहारी एवं गुरु की कृपा होने के कारण भक्ति मार्ग में आगे बढ़ती गयीं।
आज देश विदेश में चार सौ से भी अधिक सफल कथाएं कर चुकीं युवा कथाव्यास कृष्णप्रिया लाखों लोगों को भक्ति से जोड़ चुकीं हैं।कृष्णप्रिया द्वारा “चैन बिहारी आश्रय फाउंडेशन” का संचालन किया जा रहा है जो मुख्यतः गौसेवा को समर्पित हैं।
गौमाता को मानव जीवन का आधार और भारतीय संस्कृति की धरोहर मानने वाली कृष्णप्रिया दो सौ से अधिक लाचार, बीमार गौवंशों की सेवा कर रहीं हैं। आज के युग में जहां युवा अपनी संस्कृति व जीवन के उद्देश्य से विमुख हो रहे हैं वहीं कृष्णप्रिया विश्व भर में सनातन परंपरा का प्रचार कर रही हैं और प्रेरणा स्त्रोत बन रहीं हैं।