धनबाद। जिला जनसंपर्क पदाधिकारी ईशा खंडेलवाल ने धनबाद में पर्यटन की असीम संभावना को दर्शाता एक वीडियो जारी किया है। वीडियो में धनबाद के बेहद खूबसूरत पर्यटन स्थलों के बारे में जानकारी दी गई है। इसमें पहाड़ों की गोद में बसे हरे-भरे जंगलों के बीच गांव, चरक खुर्द का गर्मकुंड, पूर्वी टुंडी के कांसजोड़, बाजडीह, पालोबेड़ा में बहते पानी की कलकल धारा, काजू पेड़ के बागान, छोटी-छोटी पहाड़ियों और जंगलों से घिरे धनबाद के खुबसूरत पर्यटन स्थल है।
जिला जनसंपर्क पदाधिकारी ने कहा कि धनबाद में एक से एक सुंदर और मनमोहक स्थल है। यहां जैसा प्राकृतिक खजाना कहीं नहीं है। प्रकृति ने धनबाद जिले को बेपनाह खूबसूरती से संवारा है। छोटी-छोटी पहाड़ियों और जंगलों से घिरे धनबाद के पर्यटन स्थल की खूबसूरती ऐसी है कि दूसरे राज्यों के पर्यटक यहां खींचे चले आते हैं।
यहां के दो सबसे बड़े पर्यटन स्थल मैथन और तोपचांची की बात ही निराली है। वहीं प्राकृतिक गोद में बसा टुंडी और पूर्वी टुंडी प्रखंड में कई स्थान ऐसे हैं, जिनका जिक्र किए बिना यहां की प्राकृतिक सुंदरता की पूरी तस्वीर नहीं उभर सकती है।
टुंडी के सुदूर छोर में बराकर नदी से सटे सिंदवारी घाट, लाहरबाड़ी घाट तथा पूर्वी टुंडी के कांसजोड़, बाजडीह, पालोबेड़ा में बहते पानी की कलकल धारा नदी के बीच में सफेद चट्टानों और पत्थरों से टकराकर आगे बढ़ने का दृश्य बहुत ही मनमोहक है।
पहाड़ों की गोद में बसे यहां के गांव हरे-भरे जंगलों के बीच जम्मू कश्मीर की वादियों से कम नहीं लगते। प्रकृति प्रेमियों के लिए ये एक खूबसूरत जगह है। पश्चिमी क्षेत्र में स्थित चरक खुर्द का गर्मकुंड तो जिलेभर में प्रसिद्ध है। जहां ठंड में लोग गर्मी का आनंद लेने के लिए नहाने पहुंचते हैं।
बराकर नदी के तट पर बसा सिंदवारीटांड़ में नदी किनारे लगे लंबे-लंबे पेड़ों से भरा हुआ जंगल किसी हसीन वादियों से कम नहीं। पूर्वी टुंडी का बेजड़ा और करमदाहा घाट का भी नजारा लोगों को लुभाने के लिए काफी है। पहाड़ी के ऊपर बसी रुपन पंचायत के रुपन में स्थित हाथियों की गतिविधियों को देखने के लिए बनाए गए वॉच टावर पर चढ़कर आदिवासी गांवों को देखने का भी अलग रोमांच है।
टुंडी मुख्यालय से करीब 5 किमी पश्चिम में कोल्हर पंचायत के अन्तर्गत भगुडीह डैम तथा ऋषिभीठा के राजदहा जोड़िया पर बना चैकडैम, वहीं दक्षिणी टुंडी के बेगनरिया पंचायत अन्तर्गत गुवाकोला डैम पर बरसात के दिनों में पहाड़ से उतरकर पानी जमा होता है। उस पानी पर पहाड़ की परछाइयां लोगों का मन मोह लेती हैं।
पांच एकड़ में फैले काजू पेड़ के बागान का नजारा भी काफी दिलचस्प है। बारकेतनी गांव से सटा हुआ एक बेचिरागी स्थल है सोनापानी, जहां पहाड़ी के ऊपर स्थित है बूढ़ा शिव महादेव का मंदिर।
यहां सिर्फ महाशिवरात्रि के दिन ही मेला जैसा नजारा होता है और कई किमी तक लम्बी लाइन लग जाती है। इसके अलावा धनबाद में भटिंडा फॉल्स, मैथन डैम, तोपचांची झील, बिरसा मुंडा पार्क, पंचेत डैम, शक्ति मंदिर, लिलोरी मंदिर, पर्यटन स्थल पंर्रा गांव, धार्मिक स्थान कल्याणेश्वरी मंदिर, शक्ति मंदिर, चिटाही धाम का राम राज मंदिर, हीरापुर दुर्गा मंदिर समेत अनेकों स्थान पर्यटन के लिहाज से घूमने लायक स्थल है।
डीपीआरओ ने बताया कि आने वाले समय में ऐसे और भी वीडियो जारी किए जाएंगे।